Raigarh news: आयुष्मान योजना बना मजाक , गरीब पिता से वसूले 1.83 लाख ।

आयुष्मान योजना की जमीनी हकीकत , क्या यही है “स्वस्थ भारत” का सपना?…
रायगढ़ | गरीबों के इलाज के लिए लाई गई ‘आयुष्मान भारत योजना’ अब भ्रष्टाचार और लूट का माध्यम बनती जा रही है। ताजा मामला रायगढ़ जिले के एक प्रतिष्ठित अस्पताल से जुड़ा है, पड़ोसी जिला सक्ति के मसनिया कला गांव के पीड़ित पिता मनोहर सिंह सिदार ने जिला कलेक्टर को जनदर्शन में लिखित शिकायत पर कार्यवाही की मांग की है।

जानिए क्या है पूरा मामला….
पीड़ित पिता मनोहर सिंह सिदार के ज्ञापन उल्लेख है कि उनके बेटे रूपेश सिदार को श्रो पी. जिंदल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया था। अस्पताल ने आयुष्मान कार्ड (CGPNSWKG2YJ) होने के बावजूद ₹1,83,000 की मोटी रकम वसूल ली।
मजेदार यह है कि अस्पताल ने मरीज को ICU में भर्ती करने के बाद रायपुर रेफर किया, पर सारा इलाज आयुष्मान कार्ड से होने की बात कहकर मनोहर से नगद पैसे ले लिए। गरीब वर्ग से ताल्लुक रखने वाले इस पीड़ित पिता ने अब जिला कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई है और बिल की कॉपी के साथ जनदर्शन में शिकायत सौंपी है।
क्या यही है “स्वस्थ भारत” का सपना?…
यह मामला न सिर्फ अस्पताल की मनमानी को उजागर करता है, बल्कि आयुष्मान योजना की जमीनी असलियत पर भी बड़ा सवाल खड़ा करता है। अगर इस योजना के तहत इलाज मुफ्त होना है, तो गरीब से लाखों रुपये क्यों वसूले गए? क्या अस्पताल प्रशासन पर कार्रवाई होगी या एक और शिकायत फाइलों में दफ्न हो जाएगी?
आवेदक मनोहर सिंह का कहना है कि – “मैंने सारी जमा पूंजी बेटे के इलाज में खर्च कर दी। आयुष्मान कार्ड होते हुए भी अस्पताल ने जबरन पैसा वसूला। अब उम्मीद है कि कलेक्टर न्याय देंगे।”
बहरहाल सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि जिन योजनाओं का ढिंढोरा पीटा जाता है, वे आम जनता तक ईमानदारी से पहुंचे। वरना आयुष्मान कार्ड महज एक प्लास्टिक का झुनझुना बनकर रह जाएगा, और गरीब अपने ही हक के लिए यूं ही दर-दर की ठोकरें खाते रहेंगे।