बकाया वेतन, पीएफ भुगतान और महिलाओं से दुर्व्यवहार पर इंटक ने दी चेतावनी…
रायगढ़। रायगढ़-ओडिशा मार्ग पर झलमला गांव के पास स्थित टोल नाके के कर्मचारियों ने इंटक जिला संगठन के नेतृत्व में सहायक श्रम आयुक्त, रायगढ़ को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कर्मचारियों ने बताया कि झलमला टोल नाके का संचालन करने वाली सिनर्जी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, जो पिछले तीन वर्षों से इसका ठेका संभाल रही थी, ने 25 श्रमिकों (जिनमें स्थानीय युवक और युवतियां शामिल हैं) के अंतिम माह का वेतन रोक लिया। इसके अलावा, कंपनी ने जबरन वेतन से पूरी कटौती करके पीएफ का भुगतान कराया और कई महीनों से पीएफ का नियमित अंशदान भी जमा नहीं किया।
कर्मचारियों ने यह भी आरोप लगाया कि कंपनी ने शासन द्वारा निर्धारित मानदेय और अन्य भत्ते भी प्रदान नहीं किए। जब युवतियों ने पुराने ठेकेदार के मैनेजर से अपने हक का वेतन मांगा, तो उन्होंने गाली-गलौज कर उन्हें वहां से भगा दिया। वहीं, जब नए ठेकेदार के मैनेजर से इस मामले में चर्चा की गई और श्रमिक संगठन या श्रम आयुक्त से शिकायत करने की बात कही गई, तो उन्होंने भी मामले को नजरअंदाज कर दिया।
आखिरकार, परेशान होकर सभी श्रमिकों ने इंटक संगठन को अपनी समस्या से अवगत कराया। इंटक जिला अध्यक्ष शाहनवाज खान ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल प्रभाव से सभी कर्मचारियों को लेकर सहायक श्रम आयुक्त कार्यालय पहुंचे। उन्होंने श्रमिकों का 40 दिनों का बकाया वेतन दिलाने और दोषी कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
इस दौरान इंटक जिला अध्यक्ष शाहनवाज खान और महामंत्री सुखबीर सिंह ने श्रम आयुक्त से स्पष्ट कहा कि यदि इस मामले में तत्काल कार्रवाई नहीं की गई, त्रिपक्षीय बैठक आयोजित नहीं की गई और पुराने मैनेजर ने आकर युवतियों से माफी नहीं मांगी, तो सभी ग्रामीण युवा टोल नाके पर धरना देने के लिए मजबूर होंगे। इंटक की ओर से यह भी मांग की गई है कि इस तरह के मामलों को भविष्य में रोकने के लिए प्रशासनिक स्तर पर ठोस कदम उठाए जाएं।